सिटी बिग न्यूज | हिसार
हिसार के गांव लोहारी राघो के वायुसेना जवान कमल कंबोज (25) का गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें उनके चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर के चलते ड्यूटी पर लौटते समय एक डंपर की टक्कर में उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में उनके साथ लिफ्ट ले रही एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। इस मौके पर भाजपा विधायक विनोद भयाना, नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़, नायब तहसीलदार ओमवीर और नारनौंद थाना प्रभारी बलवान सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्मशान घाट पर वायुसेना की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी और परिवार को तिरंगा सौंपा।
कमल कंबोज ने अपने पिता के निधन के बाद अपनी मां शीला देवी के सहारे जीवन की कठिन राह तय की। मां मिड डे मील की नौकरी कर घर चलाती थीं। कमल बचपन से पढ़ाई में होशियार था और हमेशा गरीब बच्चों की मदद करता था। उसके दोस्त कमल वैध बताते हैं कि जब 2022 में कमल की वायुसेना में भर्ती हुई और ट्रेनिंग के लिए पटना जाना था, तो उसके पास ट्रेन का किराया तक नहीं था। दोनों ने एक ही टिकट पर सफर किया और तीन दिन बासी खाना खाकर बिताया।
कमल का सपना था कि वह सफल होकर गरीब बच्चों के लिए कुछ करेगा। अपनी पहली सैलरी से वह गांव के बच्चों के लिए किताबें और खेल किट खरीदना चाहता था। बेटे की नौकरी लगने के बाद मां ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी और घर में उसकी शादी की चर्चा शुरू हो गई थी। किसी को नहीं पता था कि कमल इतनी जल्दी सबको छोड़ जाएगा।