हरियाणा के हिसार जिले के छोटे से गांव बिठमड़ा की बेटी अमृता (मीतू) ने बड़ा मुकाम हासिल किया है।
डीसीएम स्कूल की इस प्रतिभाशाली छात्रा का चयन थर्ड एशियन गेम हैंडबॉल चैंपियनशिप 2025 के लिए भारतीय टीम में हुआ है।
यह चैंपियनशिप 19 से 30 अक्टूबर तक बहरीन में आयोजित होगी, जिसमें एशिया के कई देशों की टीमें हिस्सा लेंगी।
“यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है” — अमृता
अपनी सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए अमृता ने कहा,
“यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा पल है।
अब मेरा लक्ष्य देश के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करना है, ताकि भारत का तिरंगा ऊंचा लहराए।”
अमृता के चयन की खबर गांव और स्कूल में फैलते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई।
परिवार, शिक्षकों और खिलाड़ियों ने उसे कंधों पर उठाकर बधाई दी।
कोच बोले — “कड़ी मेहनत और अनुशासन ने दिलाई जगह”
भारतीय टीम के मुख्य कोच अरुण ने बताया कि अमृता ने गांधीनगर (गुजरात) में आयोजित राष्ट्रीय कैंप में शानदार प्रदर्शन किया था।
उन्होंने कहा,
“अमृता मेहनती, अनुशासित और बेहद समर्पित खिलाड़ी है।
उसका चयन पूरी तरह उसके प्रदर्शन और लगन का परिणाम है।”
स्कूल और गांव में जश्न का माहौल
डीसीएम स्कूल के चेयरमैन संजय डीसीएम ने कहा कि
“अमृता की यह उपलब्धि हमारे स्कूल ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके के लिए गर्व का विषय है।”
डायरेक्टर राजू डीसीएम, प्रिंसिपल सुनील शर्मा, मंजू सेहरा, गुरमेल सहित पूरे स्टाफ ने अमृता को शुभकामनाएं दीं।
हैंडबॉल कोच कपिल, सुनील, सुरेंद्र, राजेश दलाल, धर्मवीर और ग्रामीणों ने भी मिठाइयां बांटकर खुशी जताई।
सभी ने कोच सुखविंद्र, मुनिश, बहादुर, रमेश और पूजा का भी आभार जताया, जिनके मार्गदर्शन से अमृता ने यह मुकाम हासिल किया।
छोटे गांव से एशिया तक का सफर
अमृता की कहानी उन हजारों बेटियों के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद सपनों को हकीकत में बदलने की हिम्मत रखती हैं।
अब बिठमड़ा गांव की यह बेटी भारत की जर्सी पहनकर एशिया के मंच पर उतरेगी —
और हरियाणा का नाम एक बार फिर गौरव से ऊंचा करेगी।