हरियाणा के रोहतक में साइबर सेल में तैनात ASI संदीप लाठर की आत्महत्या ने पूरे पुलिस विभाग को हिला दिया है।
संदीप ने सीनियर IPS वाई. पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए खुद को सर्विस रिवॉल्वर से गोली मार ली थी।
अब परिवार ने न्याय की मांग करते हुए पोस्टमॉर्टम से इनकार कर दिया है।
लाढ़ौत गांव में शव रखकर बैठे परिजन, बोले— “FIR के बिना नहीं करेंगे अंतिम संस्कार”
संदीप का शव इस वक्त रोहतक के लाढ़ौत गांव में उनके मामा के घर रखा है।
परिवार का कहना है कि जब तक जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में हैं, उन पर FIR दर्ज नहीं होती, तब तक न पोस्टमॉर्टम होगा, न अंतिम संस्कार।
परिजन और ग्रामीण लगातार न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं।
CM, मंत्री और विपक्षी नेता पहुंचे गांव
बुधवार सुबह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार और महिपाल ढांडा परिवार से मिलने गांव पहुंचे।
परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने की कोशिश की गई।
वहीं, इनेलो नेता सुनैना चौटाला और जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद ने भी परिवार से मुलाकात की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
परिवार बोला — “पहले केस दर्ज हो, तभी करेंगे पोस्टमॉर्टम”
संदीप के मामा के बेटे संजय देशवाल ने कहा,
“मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन जब तक सुसाइड नोट में लिखे नामों पर केस दर्ज नहीं होगा, हम पोस्टमॉर्टम नहीं करवाएंगे। हमने न्यायिक जांच की मांग की है।”
विपक्ष का हमला — “ये आत्महत्या नहीं, सिस्टम द्वारा हत्या है”
सुनैना चौटाला ने कहा,
“यह बेहद दुखद घटना है। परिवार को न्याय मिलना चाहिए, सरकार लीपापोती न करे।”
वहीं नवीन जयहिंद ने सख्त शब्दों में कहा,
“यह आत्महत्या नहीं, भ्रष्ट और जातिवादी सिस्टम द्वारा की गई हत्या है।
संदीप का सुसाइड नोट भी IPS पूरन कुमार जैसा ही है, फिर फर्क क्यों?
हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से जांच होनी चाहिए और सभी का नार्को टेस्ट किया जाए।”
कौन थे संदीप लाठर?
संदीप कुमार जींद जिले के जुलाना के रहने वाले थे।
पिछले एक साल से रोहतक साइबर सेल में तैनात थे और फिलहाल मामा बलवान देशवाल के घर रह रहे थे।
कई अहम मामलों—जैसे हिमानी मर्डर केस—की जांच में उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
पूर्व SP IPS नरेंद्र बिजारणिया के विश्वासपात्र अफसर माने जाते थे।
घटना कैसे हुई?
मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे, संदीप ने धामड़ रोड पर अपने मामा के खेत में बने कोठड़े की छत पर सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
गोली चलने की आवाज सुनकर खेत में काम कर रहे मजदूर मौके पर पहुंचे और परिजनों को सूचना दी।
कुछ ही देर बाद पुलिस और ग्रामीण वहां पहुंच गए।
पूरन कुमार केस से कनेक्शन
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में IPS वाई. पूरन कुमार ने अपनी कोठी में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की थी।
पूरन कुमार केस की जांच कर रही चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने 11 अक्टूबर को संदीप लाठर से पूछताछ की थी।
संदीप के सुसाइड नोट और वीडियो में उन्हीं अफसरों के नाम हैं, जिनका ज़िक्र पूरन कुमार ने भी किया था।
इससे अब यह शक और गहराता जा रहा है कि दोनों सुसाइड केस आपस में जुड़े हुए हैं।
पूरा मामला जातीय और राजनीतिक मोड़ लेता दिख रहा है
दोनों ही मामलों में भ्रष्टाचार और जातिगत भेदभाव के आरोप हैं, जिससे पुलिस विभाग और सरकार दोनों पर सवाल उठ रहे हैं।
अब परिवार की मांग है कि न्यायिक जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से हो, ताकि सच्चाई सामने आ सके।