सिटी बिग न्यूज | हिसार
हरियाणा के हिसार में भाजपा नेता मनदीप मलिक के खिलाफ दर्ज ब्यूटीशियन से गैंगरेप केस की फाइल फिर से खुल गई है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की कड़ी फटकार के बाद हिसार पुलिस ने मामले की दोबारा जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि भाजपा नेता ने घर दिलाने के बहाने ब्यूटीशियन को होटल बुलाया और नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद उनका प्रॉपर्टी डीलर दोस्त प्रदीप सहरावत वहां पहुंचा और उसने भी पीड़िता के साथ रेप किया। इस मामले में पुलिस ने 22 अक्टूबर 2024 को सदर थाने में रेप का केस दर्ज किया था। हालांकि, बाद में हिसार कोर्ट में केस कैंसिल करने की रिपोर्ट पेश कर दी गई, जिससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
हाईकोर्ट की फटकार के बाद दोबारा जांच शुरू
ब्यूटीशियन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पुलिस जांच पर सवाल उठाए। 14 फरवरी को हुई पहली सुनवाई में पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने बिना गहन जांच किए 3 फरवरी को इलाका मजिस्ट्रेट के समक्ष केस कैंसिल करने की रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। हाईकोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए 8 अधिकारियों को नोटिस जारी किया।
इन अधिकारियों में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया, महिला एवं बाल संरक्षण आयोग की डायरेक्टर मोनिका मलिक, तत्कालीन ACS अनुराग रस्तोगी, डीजीपी शत्रुजीत कपूर, हिसार रेंज आईजी रवि किरण, एसपी हिसार शशांक कुमार सावन, सदर थाना SHO ईश्वर और SHO मोहम्मद रफी शामिल हैं।
फोरेंसिक रिपोर्ट से खुला बड़ा राज
पुलिस ने जब मामले की दोबारा जांच शुरू की तो फोरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्यूटीशियन के कपड़ों और शरीर पर सीमन के निशान पाए गए, जिससे यह साफ हो गया कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। यह भी स्पष्ट हुआ कि पुलिस ने बिना फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किए ही केस बंद करने की फाइल पेश कर दी थी।
भाजपा नेता का बचाव
भाजपा नेता मनदीप मलिक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी डीलर ने एक कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, जिससे उसे नुकसान हुआ। उसी मामले को लेकर पंचायत में शामिल होने के कारण उन्हें फंसाने की साजिश की जा रही है।
कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
27 फरवरी को मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने DSP हरेंद्र कुमार, प्रथम जांच अधिकारी ASI ऊषा और द्वितीय जांच अधिकारी अंजू बाला को भी पार्टी बनाते हुए तलब किया। कोर्ट ने इन सभी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कड़ी फटकार लगाई और मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए।
अब इस मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी, जिसमें पुलिस को अपनी जांच रिपोर्ट पेश करनी होगी।